पटना  : बिहार में हिंसा के बाद कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा के आरोपों से घिरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि बिहार में सब कुछ ठीक है। स्थिति अब सामान्य है। उन्होंने हिंसा के पीछे साजिश की बात कही और बोले कि प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ मीडिया में बातें आ रही हैं।

हम तत्काल मीटिंग किए। दोनों जिले समेत पूरे बिहार पर मेरी नजर है। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है। वहीं, अमित शाह द्वारा दंगाइयों को उल्टा लटका देने वाले बयान पर सीएम नीतीश ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का नाम लिए बिना भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2017 में हम भाजपा के साथ थे, तब एक नेता (अश्विनी चौबे) के बेटा ने ही सांप्रदायिक तनाव कराया था।

हम तो उसको भी गिरफ्तार करवाए थे। उल्लेखनीय है कि साल 2018 में भागलपुर के नाथनगर में हिंदू नववर्ष को लेकर बाइक जुलूस के दौरान उपद्रव फैलाने मामले में अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी के बयानों पर सीएम ने कहा कि सुशील मोदी को तो बोलना ही है। वो नहीं बोलेंगे तो भाजपा उनको पार्टी से निकाल देगी। वहीं, नीतीश कुमार ने एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम क्या चीज है। केंद्र में सत्ताधारी दल का एजेंट है, कहां का रहने वाला है। भाजपा से अलग हुए तो हमसे मिलना चाहते थे, लेकिन हमने मना कर दिया।

– प्रशासनिक लापरवाही नहीं हुई: सीएम नीतीश

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कोई प्रशासनिक लापरवाही नहीं हुई है। प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट थी। ये एक साजिश के तहत जान-बूझकर किया गया है। जल्द ही पता चल जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस आरोपियों को ढूंढ़ रही है। अपने गृह जिला नालंदा में उपद्रव और तनाव को लेकर सीएम ने कहा कि हमने तो वहां बहुत काम कराया है। कुछ खास नहीं है, सब कुछ नार्मल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दो लोग हैं, एक राज कर रहा है और दूसरा उसका एजेंट है। वो दोनों मिलकर ये सब इधर-उधर कर रहे हैं। हालांकि, सीएम ने किसी का नाम नहीं लिया।