माही यानी महेंद्र सिंह धोनी ने ये सब पहले भी किया है.
बल्ले से छक्के जड़े हैं. तेज़ी से रन बनाए हैं. उम्दा विकेटकीपिंग की है. कप्तानी में करिश्मा कर दिखाया है और अपनी टीम को मैच दर मैच जीत दिलाई है.
‘कैप्टन कूल’ धोनी आईपीएल 2023 यानी बीसीसीआई की ट्वेंटी-20 लीग के 16वें एडिशन में भी एक बार फिर वही सब कर रहे हैं जिसके लिए पूरी दुनिया में उनकी शोहरत का डंका बजता है.
लेकिन, इस बार कुछ अलग भी है. सिर्फ़ आठ हफ़्ते बाद धोनी 42 साल के हो जाएंगे.मैदान पर हर स्थिति में शांत और बाउंड्री के बाहर मुस्कुराते दिखने वाले धोनी भले ही उम्र को एक आंकड़ा भर साबित कर रहे हों, लेकिन तमाम लोग इस सच से अनजान नहीं हैं कि उनके हमउम्र अधिकांश स्टार खिलाड़ी ‘प्लेयर वाली जर्सी’ उतार चुके हैं.
इंटरनेशल क्रिकेट को अलविदा कहे धोनी को भी लंबा अर्सा हो गया है. अगस्त 2020 की एक शाम उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से अचानक संन्यास का एलान कर दिया. टेस्ट क्रिकेट वो 2014 में ही छोड़ चुके थे.
लेकिन, आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की पीली जर्सी अब भी उन पर फब रही है. चार बार इस टीम के लिए आईपीएल ट्रॉफ़ी जीत चुके धोनी इस बार भी अपनी टीम को ख़िताब का सबसे बड़ा दावेदार बनाए हुए हैं.
दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ बुधवार के मैच में मिली जीत के बाद चेन्नई के खाते में 15 प्वाइंट जमा हो चुके हैं और ये टीम प्लेऑफ़ की दहलीज़ पर दस्तक देने लगी है.
चेन्नई सुपर किंग्स बनाम दिल्ली कैपिटल्स
सीएसके ने डीसी को 27 रन से हराया
सीएसके- 167/8 (20 ओवर), शिवम दुबे-25 रन, मिचेल मार्श- 3/18
डीसी- 140/8 (20 ओवर), राइली रूसो- 35 रन, मथीशा पथिराना- 3/37
रवींद्र जडेजा ‘मैन ऑफ़ द मैच’
सबसे ख़ास धोनी का अंदाज़
आईपीएल-16 में धोनी और चेन्नई के लिए जो बात अलग है कि वो ये कि अक्सर छठे या सातवें नंबर पर बैटिंग करते रहे धोनी अब आठवें नंबर तक पर बल्लेबाज़ी के लिए उतर रहे हैं.
किसी वक़्त विकेटों के बीच दौड़ लगाने में सबसे तेज़ माने जाते रहे धोनी इस बार दौड़ कर रन लेने से परहेज़ कर रहे हैं.
इसकी वजह ये है कि धोनी पूरी तरह फ़िट नहीं हैं. घुटने की चोट उनके लिए दिक़्क़त बनी हुई है. लेकिन इसके बाद भी वो खेल के तीनों मोर्चों बैटिंग, कीपिंग और कप्तानी में कोई कसर नहीं छोड़ रहे.
धोनी की बल्लेबाज़ी ने तो फ़ैन्स को दीवाना ही बना लिया है. ये फ़ैन्स सिर्फ़ चेन्नई सुपर किंग्स के समर्थक नहीं हैं. विरोधी टीम के समर्थक, पूर्व खिलाड़ी और क्रिकेट समीक्षक भी इनमें शामिल हैं.
दिल्ली के ख़िलाफ़ धोनी का धमाका
दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ बुधवार के मैच में चेन्नई सुपर किंग्स के लगभग सभी बल्लेबाज़ तेज़ी से रन बनाने में जूझ रहे थे. उसी पिच पर धोनी ने 222.22 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए.
तमाम समीक्षकों की राय थी कि नौ गेंदों में धोनी के बल्ले से निकले 22 रन मैच का ‘टर्निंग प्वाइंट’ थे और इस पारी ने ही चेन्नई की टीम को मैच ‘विनिंग टोटल’ तक पहुंचाया. उनके बल्ले से अहम मौके पर दो छक्के और एक चौका निकला.
ये सिर्फ़ एक मैच की कहानी नहीं है.
धमाकेदार बल्लेबाज़ी
धोनी ने इस सीज़न की आठ पारियों में 204.25 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं.
उनके बल्ले से अब तक 10 छक्के और तीन चौके निकले हैं
इन आंकड़ों के ख़ास होने की वजह ये है कि धोनी ने इस सीज़न में सिर्फ़ 47 गेंदें ही खेली हैं
यानी हर तीन गेंद बाद उन्होंने बाउंड्री लगाई है
पूरे टूर्नामेंट में वो सिर्फ़ दो बार आउट हुए हैं
अपने प्रदर्शन पर क्या बोले धोनी
दिल्ली के ख़िलाफ़ जीत के बाद जब बात सीज़न में उनके स्ट्राइक रेट की हुई तो धोनी ने कहा, “यही मेरा काम है. मैंने उन्हें (टीम को) बताया है कि मुझे यही करना है. मुझे ज़्यादा दौड़ाओ मत. मैं इसी की प्रैक्टिस कर रहा हूं और योगदान देकर ख़ुश हूं.”
यानी धोनी जो कर रहे हैं वो न तो कोई तुक्का है, न सिर्फ़ क़िस्मत और न ही केवल अनुभव का कमाल. बल्कि ये बाक़ायदा की गई तैयारी का नतीजा है.
और धोनी पिच पर खड़े होकर जब ये कमाल करते हैं तो उनके चेहरे पर भले ही कोई अलग भाव नहीं दिखता, लेकिन हर शॉट पर उनके चाहने वालों का दिल उछलने लगता है.
जडेजा का ‘डर’
और धोनी की ऐसी बल्लेबाज़ी का ये असर है कि स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा अपनी बैटिंग पोज़ीशन नहीं बदलना चाहते.
दिल्ली के ख़िलाफ़ बुधवार को 21 रन बनाने और सिर्फ़ 19 रन देकर एक विकेट लेने के लिए ‘मैन ऑफ़ द मैच’ चुने गए जडेजा ने कहा, ” मैं नीचे जा रहा हूं तो (फ़ैन्स) माही भाई के नाम से चिल्लाते हैं. और जब मैं आगे जाऊंगा (बैटिंग ऑर्डर में ऊपरी क्रम में) तो आउट होने का वेट करेंगे तो जो भी है सही चल रहा है. टीम जीत रही है, मैं ख़ुश हूं.”
कमाल की कप्तानी
ख़ुश टीम के दूसरे खिलाड़ी भी हैं. धोनी ने हर किसी के लिए रोल तय किया हुआ है.
दमदार प्रदर्शन कर रहे ज़्यादातर खिलाड़ी बयान कर चुके हैं कि धोनी उन पर भरोसा दिखाते हैं. इससे उनका प्रदर्शन निखर रहा है और इसका सीधा फ़ायदा टीम को हो रहा है.
आईपीएल-16 में चेन्नई टीम सात मैचों में जीत हासिल कर चुकी है.
धोनी की कप्तानी में खेलते हुए अजिंक्य रहाणे की बल्लेबाज़ी का तो मानो कायाकल्प हो गया है. वो ख़ुद भी धोनी को इसका श्रेय देते हैं. आठ पारियों में 266 रन बना चुके रहाणे का स्ट्राइक रेट 171 से ज़्यादा है. मौजूदा सीज़न में वो 12 छक्के लगा चुके हैं.
धोनी की कप्ताानी में खेलते हुई गेंदबाज़ी में ऐसी ही शोहरत मथीशा पथिराना के हिस्से आई है. वो आठ मैचों में 18.8 की ज़बर्दस्त औसत से 13 विकेट ले चुके हैं और हर विरोधी के सिर पर उनका ख़ौफ़ दिखने लगा है.
कमाल चेन्नई की टीम के दूसरे खिलाड़ी भी कर रहे हैं.
ओपनर डेवोन कॉनवे 468 रन बना चुके हैं. दूसरे ओपनर ऋतुराज गायकवाड़ के बल्ले से 408 रन निकले हैं. टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की लिस्ट में कॉनवे चौथे और ऋतुराज छठे नंबर पर हैं.
धोनी ओपनरों की जमकर तारीफ़ कर रहे हैं. धोनी के मुताबिक़, ऋतुराज में खेल की अच्छी समझ है.
धोनी से मिले प्रोत्साहन के दम पर कमाल शिवम दुबे भी कर रहे हैं. वो क़रीब 160 के स्ट्राइक रेट से 315 रन बना चुके हैं. वो 27 छक्के जड़ चुके हैं. इस सीज़न में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज़ों की लिस्ट में वो दूसरे नंबर पर हैं. पहले नंबर पर मौजूद फ़ाफ डुप्लेसी ने 32 छक्के लगाए हैं, लेकिन दुबे ने उनसे एक मैच कम खेला है.
19 विकेटों के साथ तुषार देशपांडे का नाम सीज़न के सबसे कामयाब गेंदबाज़ों में शुमार है.
इतने सारे मैच विनिंग खिलाड़ियों के होने के बाद भी धोनी की टीम किसी एक खिलाड़ी के भरोसे नहीं है. दिल्ली के ख़िलाफ़ मैच में टीम के लिए सबसे बड़ी, 25 रन की पारी शिवम दुबे ने खेली. फिर भी टीम 167 रन के टोटल तक पहुंच गई.
धोनी का ज़ोर टीम वर्क पर है और यही चेन्नई सुपर किंग्स की ताक़त बन गया है.
फ़ैन्स का दिल भरा नहीं…
लेकिन, फिर भी चेन्नई टीम को पसंद करने वाले कई लोग ऐसे भी हैं जिनके लिए टीम का मतलब सिर्फ़ माही यानी महेंद्र सिंह धोनी हैं.
वो उनके लिए ही स्टेडियम तक आते हैं और ये स्टेडियम सिर्फ़ चेन्नई का नहीं होता. मौजूदा सीज़न में धोनी जहां भी जा रहे हैं, वहां स्टैंड में सबसे ज़्यादा पीले रंग की जर्सी पहने फ़ैन्स दिखते हैं.
धोनी जैसे विरोधी टीमों को सरप्राइज़ कर देते हैं, उसी तरह फ़ैन्स को भी चौंकाते रहे हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट में दो बार (पहले टेस्ट और बाद में वनडे और टी-20) वो अचानक संन्यास का एलान कर चुके हैं.
इस बार भी कई मौकों पर वो इशारों-इशारों में सस्पेंस बढ़ा चुके हैं.
मसलन, कोलकाता नाइट राइडर्स के ख़िलाफ़ इडेन गार्डन्स में 23 अप्रैल को हुए मैच में जब स्टैंड में केकेआर की जर्सी से ज़्यादा चेन्नई की जर्सी में फ़ैन्स दिखे और धोनी से सवाल हुआ तो उन्होंने कहा, “ये तमाम लोग अगली बार केकेआर की जर्सी में आएंगे. ये मुझे फ़ेयरवेल दे रहे हैं. मैच देखने आए लोगों का शुक्रिया.”
बात अलग ये भी है कि एक वक़्त के बाद क्रिकेट के सबसे बड़े सुपरस्टार्स से भी सवाल होने लगता है कि आख़िर वो संन्यास कब लेंगे? सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज भी ऐसे सवाल से नहीं बचे.
लेकिन, चेन्नई के कप्तान के बेशुमार कमाल देख चुके कई फ़ैन्स का दिल अब भी नहीं भरा. धोनी के फ़ैन्स चाहते हैं कि उनके धमाल की ये कहानी यूं ही चलती रहे.
इसका इशारा उन पोस्टर्स से मिलता है जो ‘धोनी धोनी’ की पुकार लगाने वाले फ़ैन्स स्टेडियम लेकर आते हैं, जिस पर लिखा होता है, “प्लीज़ आईपीएल 2024 में खेलना.”