वरिष्ठ पत्रकार राज कुमार सोनी के फेसबुक वॉल से…
नारंगी गैंग के पास जनता के बीच जाने के लिए कोई मुद्दा शेष नहीं है तो शांति का टापू कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ को हिंसा की आग में झोंक देने की कवायद की जा रही है. लेकिन छत्तीसगढ़ की अमन पसंद जनता गैंग की एक-एक करतूत साफ-साफ समझ रही है.
बिरनपुर में दो समुदाय के बीच हुए विवाद और एक युवक की मौत के बाद नारंगी गैंग को जैसे हिंसा और उत्पात मचाने का मौका मिल गया. सोमवार को छत्तीसगढ़ बंद की घोषणा के बाद नारंगी गैंग का उत्पात दिन भर जारी रहा. कहीं बसों के कांच तोड़ें गए तो कहीं बंद के नाम पर दुकानदारों को पीटा गया है. छत्तीसगढ़ को ‘ मिनी पाकिस्तान ‘ बोलकर छत्तीसगढ़ का अपमान भी किया गया. गैंग के सदस्यों ने एक गरीब के मकान को भी आग के हवाले कर दिया है. आग से सिलेंडर फट गया और आईजी मरते-मरते बचे.
देखें video –
बिरनपुर में समाचार कव्हरेज करने लिए गए पत्रकार शिवम पर भी नारंगी संतरों ने प्राणघातक हमला किया है. पुलिस अफसर अंकिता शर्मा ने जैसे-तैसे पत्रकार को हमलावरों से बचाकर बाहर निकाला.
फिलहाल पत्रकार साथी आशीष तिवारी एक गाड़ी में शिवम को लेकर रायपुर आ रहे है. बताया जाता है कि पत्रकार के सिर पर गहरी चोट लगी है.हालत चिंताजनक है.
नारंगी गैंग द्वारा की गई यह घटना निंदनीय है. बेहद शर्मनाक है.
जो लोग भी यह सब कर रहे हैं उन्हें शायद यह नहीं मालूम कि छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वालों के लिए कोई जगह शेष नहीं रहती है. यहां की जनता और उसकी तासीर बहुत अलग है.