है ना चौकाने वाली खबर आपकी कार में पेट्रोल, डीजल, सीएनजी की टेंशन हमेशा के लिए खत्म हो जाए तो? आपकी कार नमक से चलने लगे तो? रोमांचित हो गए न! इलेक्ट्रिक उपकरणों से लेकर इलेक्ट्रिक कार तक… बैट्री के लिए लीथियम सबसे ज्यादा जरूरी है, लेकिन समस्या ये है कि इसका भंडार सीमित है. इस सेक्टर में ऑस्ट्रेलिया और चीन की बादशाहत है, जबकि अर्जेंटीना, यूक्रेन, चिली जैसे देशों में भी लिथियम के भंडार हैं. अब भारत में भी जम्मू-कश्मीर में इसका भंडार मिला है. वर्ष 2040 तक लीथियम की खपत 50 गुना बढ़ जाएगी. लेकिन इतना लीथियम आएगा कहां से?
लीथियम आयन बैटरियां ऊर्जा को स्टोर कर लेती हैं. दुनिया में सबसे तेजी से फलता-फूलता बैटरी सेगमेंट लीथियम आयन बैटरियों का है. ये छोटी अवधि में ज्यादा बिजली दे पाती है. इसीलिए इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण और इलेक्ट्रिक कारों के लिए हम इन बैटरियों पर निर्भर हैं. लेकिन इन्हें बनाना बहुत महंगा पड़ता है और इसके लिए जरूरी संसाधनों की भी कमी है. क्या नमक इसका सस्ता विकल्प बन सकता है?
वैज्ञानिकों के अनुसार, लिथियम की जगह नमक और रेत भी एनर्जी का स्रोत हो सकते हैं. इन विकल्पों के विकसित होने में भले ही थोड़ा वक्त लगे, लेकिन नमक, लीथियम का सस्ता और टिकाऊ विकल्प बन सकता है. इस संभावना पर दुनिया की कई कंपनियों ने काम करना शुरू कर दिया है. आइए इसे जरा विस्तार से समझतें हैं.
नमक यानी गरीबों का लिथियम
नमक का रासायनिक नाम है- सोडियम क्लोराइड. इससे क्लोरीन को अलग कर देने पर सोडियम मिलेगा. केमेस्ट्री के सीनियर टीचर डॉ सरयुग गुप्ता बताते हैं कि सोडियम और लीथियम में समान गुण होते हैं. ये दोनों ही धरती पर पाई जाने वाली क्षारीय धातुएं हैं. दोनों के बाहरी आवरण में एक इलेक्ट्रॉन होता है. दोनों ऑक्साइड नहीं बनातीं और समान तरह की प्रतिक्रियाएं करती हैं. लिथियम की तुलना में सोडियम बेहद सस्ता होता है. ऐसे में सोडियम को गरीबों का लिथियम कहा जा सकता है. अब बात करते हैं, सोडियम से बैटरी तैयार होने की संभावना पर.काम हो रहा है
लिथियम नहीं सोडियम से बनेगी बैट्री
लिथियम की बैटरियों को सोडियम से बनी बैटरी से बेहतर बताया जाता है. लेकिन लिथियम की डिमांड ज्यादा है और भंडार कम. ऐसे में सोडियम की बैटरी बेहद सस्ता विकल्प हो सकती है. करीब 10 साल पहले जहां इसकी कीमत करीब 4500 डॉलर प्रति टन के करीब थी, वहीं आज इसकी कीमत 80,000 डॉलर प्रति टन के भी पार पहुंच गई है.
मीडिया इन पुट