प्रभात महंती
सांसद ने की 2 लाख प्रदान करने की घोषणा
महासमुंद : स्थानीय बौद्ध विहार स्थित आंबेडकर भवन में बौद्ध समाज व बौद्ध अनुयायियों द्वारा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर जयंती का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सांसद चुन्नीलाल साहू शामिल हुए। अध्यक्षता पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने की। विशेष अतिथि के रूप में भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य राजू बाघमारे, संदीप दीवान, शंकर नंदेश्वर बौद्ध महासभा अध्यक्ष, संरक्षक पीजी बंसोड़ उपस्थित थे। इस दौरान समस्त अतिथियों व समाज जनों ने बाबा साहेब के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनका स्मरण किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि आज हम सब बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को याद कर रहे हैं। भीमराव अंबेडकर ने सामाजिक, आर्थिक जीवन में व्यापक परिवर्तन करने के लिए समाज को एक दिशा दी। बाबा साहब का विचार था देश में सामाजिक और आर्थिक समानता हो। बाबा साहेब ने भारत का जो संविधान बनाया वह संविधान आज भी हमारे लिए मार्गदर्शक है। इस संविधान के माध्यम से हमारा लोकतंत्र और सशक्त, मजबूत हुआ है। यह संविधान की ताकत है कि बाबा साहब ने कहा था कि देश के अंदर लोकतंत्र तब होगा जब जनता द्वारा, जनता के लिए, जनता का शासन होगा।
उन्होंने समाज की एकता की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रत्येक समाज में आपसी एकता व भाईचारे का भाव होना चाहिए। बौद्ध समाज हेतु लगभग डेढ़ करोड़ की लागत से पूर्व नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर के कार्यकाल में बने मांगलिक भवन के लिए उन्होंने श्री चंद्राकर को बधाई दी तथा बड़ी उपलब्धि बताया। इस अवसर पर समाजजनों की मांग पर सांसद श्री साहू ने बौद्ध विहार परिसर के जीर्णोद्धार मरम्मत कार्य हेतु 2 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की।
कार्यक्रम को पूर्व नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने संबोधित करते हुए कहा कि आज दुनिया के अंदर सबसे बड़ा कार्यशील, सबसे मजबूत और सबसे जवाबदेही लोकतंत्र भारत का है, इसमें बाबा साहब अंबेडकर का योगदान है। हम सब बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के विचारों को समाज के हर तबके तक ले जाएं और सामाजिक व आर्थिक परिवर्तन का जो नया युग आ रहा है उस में अपना योगदान दें। कार्यक्रम को राजू बाघमारे, संदीप दीवान, शंकर नंदेश्वर, पीजी बंसोड़ ने भी संबोधित किया। संचालन बौद्धप्रकाश मेश्राम, भाऊलाल बेलेकर ने किया। इस अवसर पर भाऊराम साहू रीना वासनिक, यशोधरा बंछोर, मनीषा नंदेश्वर, एनके मंडपे, ज्योति मंडपे, दिलीप मोरदरे, नंदागौरी, वर्षा मोरदरे, शालिनी गायगौरे सहित बौद्ध समाजजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।