नई दिल्ली: इसमें कोई दो राय नहीं कि किसी भी खिलाड़ी के बचपन से जुडे़ ज्यादा किस्से उसके बचपन के कोच या दोस्तों के पास ज्यादा होते हैं क्योंकि कोई भी खिलाड़ी विशेष इन्हीं के साथ शुरुआती समय ज्यादा गुजारता है. खासकर किसी खिलाड़ी विशेष को उससे ज्यादा उसका कोच समझता है. और महानता का दर्जा हासिल कर चुके विराट कोहली (Virat Kohli) भी कोई अपवाद नहीं हैं. विराट के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने कोहली से जुड़ा एक बेहतरीन किस्सा बताया है, जब वह करीब नौ-दस साल के थे. शर्मा ने यह किस्सा आरसीबी द्वारा अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए वीडियो में विस्तार से बयां किया. इस वीडियो में राजकुमार शर्मा, उनके बचपन के दोस्त और उनकी मां ने भी कोहली से जुड़े कई किस्से बताए हैं, जो बहुत ही मजेदार हैं और जिन्हें उनके फैंस को जानना ही चाहिए.
वीडियो में शर्मा ने बताया कि विराट पहली बार साल 1998 में विकासपुरी स्थित उनकी अकादमी में अपने भाई के साथ एडमिशन के लिए आए थे. वह शुरू से ही काफी टैलेंटेड, जोशीले और शरारती थे और जल्द ही उन्हें इस बात का एहसास हो गया कि यह लड़का बाकी लड़कों से अलग है. कोच ने बताया कि शुरू में मैंने विराट को उनके हमउम्र लड़कों के साथ नेट प्रैक्टिस करायी, लेकिन वह बार-बार मुझे सीनियर लड़कों के साथ अभ्यास कराने को कहता था.
Stories from Virat Kohli’s childhood in Delhi
We met Virat’s first coach Rajkumar Sharma, childhood friend Shalaj & his mother, and they tell us beautiful unheard anecdotes from Virat’s early days as a budding cricketer in Delhi, on @HombaleFilms brings to you Bold Diaries.… pic.twitter.com/wzbpeoTxfu
— Royal Challengers Bangalore (@RCBTweets) May 5, 2023
उन्होंने बताया कि उसकी उम्र के लड़के कोहली को आउट नहीं पाते थे. एक दिन मैंने उसे बड़े लड़कों के साथ खेलने की इजाजत दी. उसने अच्छा खेला, लेकिन एक गेंद उसकी छाती पर लगी, लेकिन उसने किसी को भी इस बात का एहसास नहीं होने दिया. राजकुमार शर्मा ने बताया कि लेकिन घर पर विराट की मम्मी ने गेंद का निशान देख लिया. और वह अगले दिन आयीं और उन्होंने मुझसे अनुरोध किया, “सर आप इसे हमउम्र लड़कों के साथ ही खिलाएं.” शर्मा ने कहा कि लेकिन मम्मी के अनुरोध को मानने से विराट ने मना कर दिया और उसने कहा कि नही मैं बड़ी उम्र के लड़कों के साथ ही प्रैक्टिस करूंगा.