ट्रंप को पद से हटाने की मांग तेज, सड़कों पर उतरे हजारों लोग
अप्रवासन विरोधी प्रदर्शन लास एंजिल्स के साथ साथ पूरे अमेरिका में फैल रहे हैं. इससे अमेरिका में सियासी भूचाल के साथ ये मांग भी होने लगी है कि प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति पद से हटाया जाए हालांकि यह मांग मुख्य रूप से विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के कुछ सदस्यों,

अप्रवासन विरोधी प्रदर्शन लास एंजिल्स के साथ साथ पूरे अमेरिका में फैल रहे हैं. इससे अमेरिका में सियासी भूचाल के साथ ये मांग भी होने लगी है कि प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति पद से हटाया जाए हालांकि यह मांग मुख्य रूप से विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के कुछ सदस्यों, कार्यकर्ताओं, और सामाजिक समूहों तक सीमित है. क्या वाकई ट्रंप को उनके पद से हटाया जा सकता है. उन्हें पद से बेशक हटाया जा सकता है लेकिन इसकी प्रक्रिया बहुत मुश्किल है.
टेक्सास के डेमोक्रेटिक सांसद अल ग्रीन ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की मांग की है. ग्रीन ने बाद में पत्रकारों से कहा कि वे महाभियोग के लेख तैयार कर रहे हैं, यह दावा करते हुए कि ट्रंप “अयोग्य” हैं, क्योंकि उनके खिलाफ 34 गुंडागर्दी के मामले और दो बार महाभियोग पेश किया जा चुका है. कुछ अन्य डेमोक्रेटिक सांसद, विशेष रूप से उन क्षेत्रों से जो ट्रंप-विरोधी हैं, उन्होंने भी उनकी नीतियों की आलोचना की है. महाभियोग की संभावना पर चर्चा की है. हालांकि, हाउस और सीनेट में रिपब्लिकन बहुमत के कारण महाभियोग की संभावना कम है.
सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट्स (X पर) के जरिए ये दावा किया गया है कि न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया जैसे डेमोक्रेट-प्रधान राज्यों में ट्रंप की नीतियों (जैसे आप्रवासन, टैरिफ, और विदेशी छात्रों पर प्रतिबंध) के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. कुछ पोस्ट्स में इन्हें “गृहयुद्ध जैसे हालात” के रूप में दिखाया गया है.
ट्रंप की आप्रवासन नीतियों ने आप्रवासी समुदायों और विश्वविद्यालयों में गुस्सा पैदा किया है. ट्रंप के फैसलों को अदालत में चुनौती दी गई है. ट्रंप की कार्रवाइयों को “कानून का उल्लंघन” बताया है. ट्रंप की कई नीतियों के खिलाफ 100 से अधिक मुकदमे और 50 अस्थायी रोक के आदेश दर्ज किए गए हैं.
हालांकि ये कानूनी चुनौतियां ट्रंप की नीतियों को धीमा कर रही हैं. लेकिन इन सारी बातों को उनके पद से हटाने से नहीं जोड़ा जा सकता. ट्रंप को हटाने के लिए संसद में महाभियोग लाना होगा, जिसके लिए समर्थन है नहीं.
सवाल – अमेरिका में मौजूदा स्थिति क्या है, जिसमें कुछ हलकों से उन्हें हटाने की मांग की गई है?
– ट्रंप को हटाने की मांग मुख्य रूप से डेमोक्रेटिक क्षेत्रों और कुछ कार्यकर्ता समूहों तक सीमित है. अल ग्रीन जैसे सांसदों की कोशिशें प्रतीकात्मक हैं, लेकिन रिपब्लिकन बहुमत के कारण इनका सफल होना मुश्किल है. जनता में गुस्सा (विशेषकर आप्रवासियों, छात्रों और उदारवादी समूहों में) जरूर है लेकिन ये राष्ट्रीय स्तर पर इतना व्यापक नहीं है कि ट्रंप की स्थिति को तत्काल खतरा हो.
सवाल – क्या ट्रंप को प्रेसीडेंट के पद से हटाया भी जा सकता है?
– हां, डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिकी राष्ट्रपति के पद से हटाया जा सकता है, लेकिन यह एक जटिल और असाधारण प्रक्रिया है, जो अमेरिकी संविधान में तय किए प्नावधानों से ही हो सकती है. जिसमें महाभियोग, 25वां संशोधन, जबरदस्त नागरिक आंदोलन से पैदा हुआ दबाव शामिल है.
सवाल – महाभियोग में कब और कैसे अमेरिका प्रेसीडेंट को हटाया जा सकता है और उसकी प्रक्रिया क्या है, क्या वो ट्रंप पर लगाया जा सकता है?
– अमेरिकी संविधान के अनुच्छेद II, धारा 4 के तहत, राष्ट्रपति को “देशद्रोह, रिश्वत, या अन्य गंभीर अपराध और दुराचार” के लिए महाभियोग द्वारा हटाया जा सकता है. इसमें पहले चरण में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में साधारण बहुमत से महाभियोग प्रस्ताव पारित होता है. फिर दूसरे चरण में सीनेट में मुकदमा चलता है, जहां दो-तिहाई बहुमत (67 सीनेटर) की आवश्यकता होती है. मुख्य न्यायाधीश इसकी अध्यक्षता करते हैं. ट्रंप के खिलाफ पहले दो बार (2019 और 2021 में) महाभियोग चल चुका है, लेकिन सीनेट ने उन्हें दोषी नहीं ठहराया. और इस समय तो हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में महाभियोग की संभावना कम है, क्योंकि रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है. इसलिए महाभियोग के लिए जरूरी दो तिहाई समर्थन मिलना मुश्किल है. हालांकि गंभीर जन आक्रोश और नए सबूत सामने आने पर दबाव बढ़ सकता है.
सवाल – 25वां संशोधन क्या है, जिससे राष्ट्रपति को हटाया जा सकता है?
– संविधान का 25वां संशोधन उप-राष्ट्रपति और कैबिनेट के बहुमत को यह घोषित करने की अनुमति देता है कि राष्ट्रपति अपने कर्तव्यों को निभाने में असमर्थ हैं. इसके बाद उप-राष्ट्रपति कार्यवाहक राष्ट्रपति बन जाते हैं. इसकी संभावना कम है, क्योंकि उप-राष्ट्रपति जे. डी. वान्स और कैबिनेट के अधिकांश सदस्य ट्रंप के प्रति वफादार हैं. इसके लिए गंभीर कारण, जैसे मानसिक या शारीरिक अक्षमता जरूरी है, जिसके कोई स्पष्ट संकेत नहीं हैं. ये कदम राजनीतिक रूप से जोखिम भरा है. 25वें संशोधन के जरिए अमेरिका में किसी राष्ट्रपति को स्थायी रूप से हटाया नहीं गया है. इसका उपयोग केवल अस्थायी शक्ति हस्तांतरण के लिए हुआ है.
सवाल – लेकिन 25वें संशोधन का इस्तेमाल तो अमेरिका में दो बार हो चुका है?
– हां, अमेरिका में 25वें संशोधन का इस्तेमाल दो बार हुआ है लेकिन धारा 3 के तहत अस्थायी तौर पर राष्ट्रपति की जगह लेने के लिए. 1985 में जब रीगन बीमार थे और फिर बुश (2002, 2007) की अस्वस्थता की स्थिति में इलाज के दौरान उनकी जगह उप राष्ट्रपति द्वारा लिये जाने पर. इसके बाद राष्ट्रपति ने अपना काम फिर से संभाल लिया.
सवाल – क्या अमेरिकी प्रेसीडेंट नागरिक आंदोलन या दबाव से इस्तीफा दे सकते हैं?
– भारी जनाक्रोश या राजनीतिक दबाव ट्रंप को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर सकता है, जैसा कि रिचर्ड निक्सन ने 1974 में किया था. हालांकि ट्रंप का इतिहास दिखाता है कि वे दबाव में आसानी से नहीं झुकते. ट्रंप के हालिया विवादास्पद फैसलों (जैसे यात्रा प्रतिबंध, विदेशी छात्रों पर रोक) ने जनता और विपक्ष में गुस्सा पैदा किया है, लेकिन व्यापक समर्थन (विशेषकर रिपब्लिकन आधार में) के कारण इस्तीफे की संभावना कम है.
ट्रंप के फैसलों के खिलाफ मुकदमे चल रहे हैं. यदि कोई बड़ा कानूनी उल्लंघन सिद्ध होता है, तो महाभियोग या अन्य कार्रवाइयां शुरू हो सकती हैं. बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन या चुनावी दबाव (2026 मध्यावधि चुनाव) ट्रंप की स्थिति को कमजोर कर सकते हैं, लेकिन यह सीधे हटाने का कारण नहीं बनेगा.(एजेंसी)