"रूस का खुला समर्थन ईरान को – इजरायल को दी सख्त चेतावनी, खामेनेई पर हमला नहीं सहेंगे!"

तेहरान : ईरान और इजरायल एक दूसरे पर मिसाइल बरसा रहे हैं. इस बीच ईरान के समर्थन में रूस उतर आया है. दरअसल इजरायली पीएम ने कहा था कि उनका लक्ष्य ईरान में सत्ता परिवर्तन करना नहीं है, लेकिन साथ ही कहा कि जो हालात चल रहे हैं उससे ऐसा होना संभव है.

"रूस का खुला समर्थन ईरान को – इजरायल को दी सख्त चेतावनी, खामेनेई पर हमला नहीं सहेंगे!"

तेहरान : ईरान और इजरायल एक दूसरे पर मिसाइल बरसा रहे हैं. इस बीच ईरान के समर्थन में रूस उतर आया है. दरअसल इजरायली पीएम ने कहा था कि उनका लक्ष्य ईरान में सत्ता परिवर्तन करना नहीं है, लेकिन साथ ही कहा कि जो हालात चल रहे हैं उससे ऐसा होना संभव है. रूस ने सत्ता परिवर्तन की बात को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया है.

इजरायल के सार्वजनिक ब्रॉडकास्टर ‘कान’ से बातचीत में नेतन्याहू ने कहा, ‘इस्लामी गणराज्य में सत्ता परिवर्तन सबसे पहले ईरानी जनता का मामला है. इसका कोई विकल्प नहीं है. इसलिए मैंने इसे कभी हमारे लक्ष्य के रूप में पेश नहीं किया. हां, यह हमले से होने वाला नतीजा जरूर हो सकता है, लेकिन यह इजरायल का औपचारिक लक्ष्य नहीं है.’

इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने भी इस बात की पुष्टि की कि फिलहाल ईरानी शासन को बदलने की कोई आधिकारिक इजरायली नीति नहीं है. लेकिन जहां नेतन्याहू और सार संयमित बयान दे रहे हैं, वहीं इजरायली डिफेंस मिनिस्टर इसराइल कात्ज ने मोर्चा पूरी तरह खोल दिया. उन्होंने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को अब ‘और जिंदा रहने की इजाजत नहीं दी जा सकती.’ उनका दावा है कि हाल ही में तेल अवीव के पास एक अस्पताल पर मिसाइल हमले के पीछे खुद खामेनेई का हाथ था, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए.

खामेनेई की हत्या अस्वीकार्य

इस बीच रूस ने इस पूरे घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने स्काई न्यूज से कहा, ‘ईरान में सत्ता परिवर्तन की बात भी अस्वीकार्य है. और अगर कोई खामेनेई की हत्या की सोच रहा है, तो समझ ले कि वह पेंडोरा बॉक्स खोल रहा है.’ पेंडोरा बॉक्स एक कहावत है जो ग्रीक मिथक से आई है. इसका मतलब होता है- ऐसी चीज या फैसला जो एक बार शुरू हो जाए, तो उसके बाद ढेर सारी मुश्किलें और समस्याएं बिना रोक-टोक के बाहर आने लगती हैं. उन्होंने कहा कि ईरान में सत्ता परिवर्तन अकल्पनीय है. यह अस्वीकार्य होना चाहिए, यहां तक ​​कि इसके बारे में बात करना भी सभी के लिए अस्वीकार्य होना चाहिए

रूस ने इजरायल को दी चेतावनी

पेस्कोव ने चेतावनी दी, ‘अगर ऐसा हुआ तो ईरान के अंदर से प्रतिक्रिया आएगी, और वह प्रतिक्रिया बहुत उग्र होगी. इससे ईरान में चरमपंथी भावनाएं पैदा होंगी और जो लोग (खामेनेई की हत्या) के बारे में बोल रहे हैं, उन्हें यह बात ध्यान में रखनी चाहिए.’ रूस और ईरान के बीच लंबे समय से सैन्य और कूटनीतिक रिश्ते रहे हैं, जो यूक्रेन युद्ध के बाद और भी मजबूत हुए हैं.

ऐसे में रूस की यह चेतावनी इजरायल और अमेरिका के लिए एक अहम संकेत मानी जा रही है. खुद खामेनेई ने भी अमेरिका और इजरायल दोनों पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘अगर अमेरिका को बीच में कूदना पड़ा है तो इसका मतलब साफ है कि इजरायल असफल हो गया है.’ उन्होंने यह भी जोड़ा कि ‘इजरायली शासन की कमजोरी ही उसे दूसरों के सहारे की जरूरत महसूस करा रही है.’(एजेंसी)