बुमराह बन सकते हैं 'रिकॉर्डबाज'! वसीम अकरम का 20 साल पुराना रिकॉर्ड खतरे में

Jasprit Bumrah, Wasim Akram record, India vs England Test : भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 20 जून यानि आज से खेला जाएगा। लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर खेले जाने वाले इस मैच में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के पास इतिहास रचने का बड़ा मौका है।

बुमराह बन सकते हैं 'रिकॉर्डबाज'! वसीम अकरम का 20 साल पुराना रिकॉर्ड खतरे में

Jasprit Bumrah, Wasim Akram record, India vs England Test : भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 20 जून यानि आज से खेला जाएगा। लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर खेले जाने वाले इस मैच में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के पास इतिहास रचने का बड़ा मौका है। वे पाकिस्तान के महान गेंदबाज वसीम अकरम को पछाड़कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकते हैं।

SENA देशों में सबसे ज्यादा विकेट लेने का मौका

बुमराह अगर लीड्स टेस्ट में एक या उससे ज्यादा विकेट लेने में सफल रहते हैं, तो वे SENA देशों (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले एशियाई गेंदबाज बन जाएंगे। इस समय वह इस सूची में पाकिस्तान के दिग्गज वसीम अकरम के बेहद करीब हैं।

खिलाड़ी                   मैच          पारिया        विकेट        औसत
वसीम अकरम           32             55           146           24.11
जसप्रीत बुमराह         31             —            145           21.02

वसीम अकरम से मात्र एक विकेट पीछे

वसीम अकरम ने अपने टेस्ट करियर में SENA देशों में खेले 32 मैचों की 55 पारियों में 24.11 की औसत के साथ सर्वाधिक 146 विकेट चटकाए थे। वहीं जसप्रीत बुमराह ने SENA देशों में अभी तक 31 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 21.02 की बेहतरीन औसत के साथ यह विकेट हासिल किए हैं। अगर इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में बुमराह 2 विकेट निकालने में कामयाब रहते हैं तो वह बतौर एशियाई गेंदबाज सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज बन जाएंगे।

SENA देशों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले एशियाई गेंदबाज-

  • वसीम अकरम- 146
  • जसप्रीत बुमराह- 145
  • अनिल कुंबले- 141
  • इशांत शर्मा- 130
  • मोहम्मद शमी- 123

भारत के लिए यह केवल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2027 के नए चक्र की शुरुआत नहीं, बल्कि एक नए टेस्ट युग की भी शुरुआत है। विराट कोहली, रोहित शर्मा और आर. अश्विन जैसे दिग्गजों के अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट से विदाई के बाद यह पहली पूर्ण टेस्ट सीरीज है, जहां टीम पूरी तरह से नए रूप में नजर आ रही है।

इस टीम में मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी गेंदबाज़ नहीं हैं, और केवल रवींद्र जडेजा ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके नाम 60 से ज्यादा टेस्ट मैचों का अनुभव है। बाकी टीम पूरी तरह युवा चेहरों से सजी हुई है।(एजेंसी)