'डॉल्फिन' बनकर समंदर की गहराइयों में पहुंची इजरायली पनडुब्बियां, ईरान पर निगाहें!

तेल अवीव : समंदर की गहराइयों में जब सब शांत होता है, तब एक छुपा हुआ शिकारी दबे पांव मौत लेकर आगे बढ़ता है. ये शिकारी है इजरायल की डॉल्फिन क्लास पनडुब्बी. ईरान के साथ तनाव बढ़ने के बीच अब इजरायल ने अपने इस

'डॉल्फिन' बनकर समंदर की गहराइयों में पहुंची इजरायली पनडुब्बियां, ईरान पर निगाहें!

तेल अवीव : समंदर की गहराइयों में जब सब शांत होता है, तब एक छुपा हुआ शिकारी दबे पांव मौत लेकर आगे बढ़ता है. ये शिकारी है इजरायल की डॉल्फिन क्लास पनडुब्बी. ईरान के साथ तनाव बढ़ने के बीच अब इजरायल ने अपने इस साइलेंट किलर को जंग में उतारने की तैयारी कर ली है. इन पनडुब्बियों की सबसे खतरनाक खासियत ये है कि ये परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं और इतनी शांत चलती हैं कि समुद्र के भीतर मौजूद दुश्मन का रडार भी इन्हें पकड़ नहीं पाते.

क्या है डॉल्फिन पनडुब्बियों की ताकत?

डॉल्फिन श्रेणी की पनडुब्बियां न केवल आकार में बड़ी हैं बल्कि इनका साइलेंसिंग सिस्टम और स्टेल्थ डिजाइन इन्हें खास बनाता है. इसमें लगे हैं कई ऐसे हाई-टेक सिस्टम जो किसी दुश्मन की जागती आंखों को भी चकमा दे सकते हैं.

AIP तकनीक (Air Independent Propulsion) के कारण ये पनडुब्बियां सतह पर आए बिना कई दिन तक पानी के नीचे रह सकती हैं.
सामान्य पनडुब्बियों को नियमित रूप से ऊपर आना पड़ता है जिससे वो पकड़ी जाती हैं, लेकिन डॉल्फिन धीरे-धीरे और गहराई में चलती रहती है – जैसे असली डॉल्फिन.

दुश्मन की नजरों से गायब

इन पनडुब्बियों में लगा है अत्याधुनिक स्टेयरिंग स्टेशन, जिसमें एक पूरा क्रू नई तकनीकों के सहारे काम करता है. चाहे समुद्र की धाराएं कितनी भी तेज क्यों न हों, ये उन्हें चीरती हुई अपने टारगेट की ओर बढ़ती है. इनका डिजाइन ऐसा है कि इन्हें चलाते समय कोई तेज आवाज नहीं होती, यानी ये समुद्र में मौजूद अन्य पनडुब्बियों या रडार के लिए अदृश्य बन जाती हैं.

जंग के लिए तैयार

इजरायल की यह डॉल्फिन क्लास पनडुब्बी अब ईरान के खिलाफ किसी भी गुप्त ऑपरेशन में अहम भूमिका निभा सकती है. इसमें परमाणु मिसाइल लगाने की भी क्षमता है, जो इसे दुनिया की सबसे खतरनाक पनडुब्बियों में शामिल करती है. माना जा रहा है कि अगर हालात और बिगड़ते हैं, तो इजरायल इन ‘डॉल्फिनों’ को ईरानी तटों के पास तैनात कर सकता है.

क्यों कहा गया इसे डॉल्फिन?

डॉल्फिन पनडुब्बी का नाम ऐसे ही नहीं रखा गया. जैसे असली डॉल्फिन तेज, चालाक और चुपचाप शिकार करती है, वैसे ही ये पनडुब्बियां काम करती हैं – कोई हलचल नहीं, कोई आवाज़ नहीं, बस एकदम सटीक हमला.(एजेंसी)