अमृतसर में मंदिर पर हमला करने वाला आतंकी ढेर, पुलिस ने किया एनकाउंटर
Amritsar Grenade Attack: अमृतसर के ठाकुरद्वारा मंदिर पर शुक्रवार (14 मार्च) देर रात ग्रेनेड से हमला करने वाले आतंकियों का पुलिस के साथ एनकाउंटर हुआ है। पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक आतंकी के मारा गया है। जिसकी पहचान गुरसिदक के रूप में हुई।

Amritsar Grenade Attack: अमृतसर के ठाकुरद्वारा मंदिर पर शुक्रवार (14 मार्च) देर रात ग्रेनेड से हमला करने वाले आतंकियों का पुलिस के साथ एनकाउंटर हुआ है। पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक आतंकी के मारा गया है। जिसकी पहचान गुरसिदक के रूप में हुई।
बता दें कि ग्रेनेड हमले में मंदिर की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई थी और खिड़कियां और दरवाजे टूट गए थे। सोमवार सुबह आरोपियों के बारे में विशेष सूचना मिली थी।जब एसएचओ छेहरटा ने आरोपी की मोटर साइकिल को रोकने की कोशिश की तो आरोपी अपनी मोटरसाइकिल छोड़कर पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने लगे। जवाबी कार्रवाई में मुख्य आरोपी गुरसिदक को गोली लगी जिसके बाद उसकी मौत हो गई। जबकि अन्य आरोपी मौके से भागने में सफल रहे।
पुलिस ने 48 घंटे में सुलझाया मामला
बीते शुक्रवार को देर रात दो बाइक सवारों ने अमृतसर के ठाकुरद्वारा मंदिर पर ग्रेनेड से हमला किया था, जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि दो बाइक सवार मंदिर के बाहर कुछ देर रुकते हैं फिर किसी चीज को फेंकते नजर आते है। इसके बाद धमाका होता है। पंजाब पुलिस ने ग्रेनेड हमले का मामला 48 घंटे में सुलझाया लिया।
डीजीपी गौरव यादव ने दी जानकारी
पंजाब पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि विशेष खुफिया सूचना के आधार पर अमृतसर पुलिस ने मंदिर पर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाया। पुलिस महानिदेशक यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि पुलिस टीमों ने राजासांसी में संदिग्धों का पता लगाया।आरोपियों ने गोलीबारी की, जिसमें एचसी गुरप्रीत सिंह घायल हो गए। यादव ने कहा कि आत्मरक्षा में कार्रवाई करते हुए पुलिस दल ने जवाबी गोलीबारी की, जिसमें आरोपी घायल हो गया। उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उसकी मौत हो गई। अन्य आरोपी भाग गए, और उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।
ISI की भूमिका की होगी जांच
घटना के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में दो अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिल पर मंदिर की ओर आते हुए दिखाई दिए। कुछ सेकंड रुकने के बाद, उनमें से एक को मंदिर की ओर विस्फोटक उपकरण फेंकते हुए देखा गया और बाद में दोनों घटनास्थल से भाग गए।पंजाब पुलिस ने तब कहा था कि उसे मंदिर पर हमले में पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) की भूमिका पर संदेह है। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन विस्फोट से अमृतसर के खंडवाला इलाके के निवासियों में दहशत फैल गई। (एजेंसी)