धनखड़ के इस्तीफे से सदमे में परिजन, परिजनों का बड़ा बयान

उपराष्टपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बीच राजस्थान के झुंझुनू में उनके पैतृक गांव किठाना के स्थानीय लोगों और रिश्तेदारों ने उनके इस फैसले पर हैरानी जताई है। उनका कहना है कि उन्हें इस फैसले से गहरा सदमा लगा है।

धनखड़ के इस्तीफे से सदमे में परिजन, परिजनों का बड़ा बयान

उपराष्टपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बीच राजस्थान के झुंझुनू में उनके पैतृक गांव किठाना के स्थानीय लोगों और रिश्तेदारों ने उनके इस फैसले पर हैरानी जताई है। उनका कहना है कि उन्हें इस फैसले से गहरा सदमा लगा है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि ये बात सच है कि उनकी तबीयत खराब थी।

जगदीप धनखड़ के रिश्तेदार और किठाना निवासी हरेंद्र धनखड़ ने कहा, यह सच है कि मार्च में उनकी एंजियोप्लास्टी हुई थी। पिछले महीने जब वह उत्तराखंड गए थे, तो वहां भी उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। ऐसे में हम उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करते हैं।

उन्होंने कहा, जब 2022 में वे उपराष्ट्रपति बने, तो गांव में खुशी का माहौल था कि किठाना के एक किसान का बेटा देश का उपराष्ट्रपति बना। उन्होंने स्कूल और गौशाला को भी काफ़ी आर्थिक मदद दी है। हरेंद्र ने आगे कहा कि गांव के लोग धनखड़ के स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। गांव की सरपंच सुभिता धनखड़ ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जगदीप धनखड़ और भी ऊंचे पदों पर पहुंचेंगे।

एक अन्य स्थानीय ग्रामीण नरेश ने कहा कि उनका कार्यकाल पूरा हो जाना चाहिए था और गांव उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहा है। उन्होंने कहा, कल रात लगभग साढ़े नौ बजे मुझे वाट्सऐप पर खबर मिली कि जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया है। पूरा गांव हैरान था। यह गांव और पूरे राजस्थान के लिए दुखद खबर थी। हम मंदिर में उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। जब भी वह गांव आते हैं, सबसे पहले बालाजी मंदिर में प्रार्थना करते है।

कल दिया था इस्तीफा

धनखड़ ने सोमवार रात को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेजा था। मुर्मू को भेजे अपने त्यागपत्र में धनखड़ ने कहा कि वह स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने’’ के लिए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं। धनखड़ ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा, स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे रहा हूं।

धनखड़ ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति का पदभार संभाला था और उनका कार्यकाल 2027 तक था। उनका इस्तीफा संसद के मानसून सत्र के पहले दिन आया। हाल में एम्स में एंजियोप्लास्टी हुई थी और इस वर्ष मार्च में उन्हें कुछ दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।(एजेंसी)