स्पर्धा के पांचवे दिन 260 कलाकारों ने अलग-अलग विधाओं में जीते पुरस्कार

रायपुर, 20 अक्टूबर। आल इण्डिया डासर ऐसोसियेशन ने बताया कि शास्त्रीय नृत्य एव सगीत प्रतियोगिता आयोजन के पांचवे दिवस रायपुर रंग मन्दिर सभागृह मेंशुभारम्भ के डायरेक्टर डाँ. जी. रतिश बाबू, श्रीमति पायल घोष, श्रीमति निशा मंगलमपल्ली द्वारा दीप प्रजवलित कर किया गया। पांचवे दिवस की प्रतियोगिता मे भरतनाट्यम, कुचीपुडी, ओडिसी, कथक, मणीपुरी, मोहिनीअट्टम सिनिमेटिक फोक डांस एव हिन्दुस्तानी संगीत, कर्नाटक संगीत सुगम सगीत की प्रस्तुति दी। आज प्रतियोगिता के पांचवे दिवस में 260 कलाकारों ने अलग अलग विधा में भाग लेकर पुरस्कार जीते। निर्णायक गण में श्रीमती पायल घोष, निशा मंगलमपल्ली, आरती सिंग, व श्री अनिल तांडी द्वारा कलाकारों की कला को परखा गया। एआईडीए ने बताया कि संध्याकालीन शास्त्रीय नृत्य महोत्सव मे भुवनेशवर (ओडिसा) की सुश्री आर्या नंदे गुरु डॉ.गजेंद्र पांडा द्वारा ओडि़सी नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी एवम भिलाई की एम. टी. मृणमयी गुरु डॉ. जी. रतीश बाबू द्वारा भारतनाट्यम नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। ्रढ्ढष्ठ्र द्वारा भुवनेश्वर (ओडिसा) के ओडि़सी नृत्य गुरु डॉ. गजेंद्र पांडा को लाईफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड पुरस्कार देकर समानित किया गया। यह जानकारी के डायरेक्टर डॉ. जी. रतीश बाबू के सहायक श्री यशवर्धन द्वारा दी गई।

स्पर्धा के पांचवे दिन 260 कलाकारों ने अलग-अलग विधाओं में जीते पुरस्कार
रायपुर, 20 अक्टूबर। आल इण्डिया डासर ऐसोसियेशन ने बताया कि शास्त्रीय नृत्य एव सगीत प्रतियोगिता आयोजन के पांचवे दिवस रायपुर रंग मन्दिर सभागृह मेंशुभारम्भ के डायरेक्टर डाँ. जी. रतिश बाबू, श्रीमति पायल घोष, श्रीमति निशा मंगलमपल्ली द्वारा दीप प्रजवलित कर किया गया। पांचवे दिवस की प्रतियोगिता मे भरतनाट्यम, कुचीपुडी, ओडिसी, कथक, मणीपुरी, मोहिनीअट्टम सिनिमेटिक फोक डांस एव हिन्दुस्तानी संगीत, कर्नाटक संगीत सुगम सगीत की प्रस्तुति दी। आज प्रतियोगिता के पांचवे दिवस में 260 कलाकारों ने अलग अलग विधा में भाग लेकर पुरस्कार जीते। निर्णायक गण में श्रीमती पायल घोष, निशा मंगलमपल्ली, आरती सिंग, व श्री अनिल तांडी द्वारा कलाकारों की कला को परखा गया। एआईडीए ने बताया कि संध्याकालीन शास्त्रीय नृत्य महोत्सव मे भुवनेशवर (ओडिसा) की सुश्री आर्या नंदे गुरु डॉ.गजेंद्र पांडा द्वारा ओडि़सी नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी एवम भिलाई की एम. टी. मृणमयी गुरु डॉ. जी. रतीश बाबू द्वारा भारतनाट्यम नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। ्रढ्ढष्ठ्र द्वारा भुवनेश्वर (ओडिसा) के ओडि़सी नृत्य गुरु डॉ. गजेंद्र पांडा को लाईफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड पुरस्कार देकर समानित किया गया। यह जानकारी के डायरेक्टर डॉ. जी. रतीश बाबू के सहायक श्री यशवर्धन द्वारा दी गई।